अर्थ : एक बहुमूल्य पीली धातु जिसके गहने आदि बनते हैं।
उदाहरण :
आजकल सोने का भाव आसमान छू रहा है।
चैतन्य महापुरुष के शरीर से स्वर्ण जैसी आभा निकलती थी।
पर्यायवाची : अग्नि, अभ्र, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, अश्मकर, अष्टापद, आग्नेय, कंचन, कञ्चन, कनक, कांचन, काञ्चन, गारुड़, गोल्ड, चामीकर, ज़र, तामरस, तार्क्ष्य, त्रिनेत्र, दत्र, पुरुद, भद्र, मनोहर, मरुत्, रंजन, रञ्जन, रसविरोधक, वरवर्ण, वर्णि, वसु, शतकुंभ, शतकुम्भ, शतकौंभ, शतकौंभक, शतकौम्भ, शतकौम्भक, शतखंड, शतखण्ड, शातकुंभ, शातकुम्भ, शातकौंभ, शातकौम्भ, शुक्र, श्रीमत्कुंभ, श्रीमत्कुम्भ, सुवरन, सुवर्ण, सोना, स्वर्ण, हाटक, हिरण्य, हेम
अर्थ : किसी देवी, देवता आदि पर जल, फूल आदि चढ़ाकर या उनके आगे कुछ रखकर किया जाने वाला धार्मिक कार्य।
उदाहरण :
ईश्वर की पूजा से मन को शांति मिलती है।
पर्यायवाची : अनुराध, अभ्यर्चन, अभ्यर्चा, अरचन, अरचा, अरहत, अरहन, अराधन, अर्चन, अर्चना, अर्चा, अर्हण, अर्हत, अर्हन, अर्हा, अवराधन, आराधन, आराधना, इबादत, उपासना, पूजन, पूजा, पूजा पाठ, पूजा-अर्चना, पूजा-पाठ, बंदगी, बन्दगी
अर्थ : जो पूजा करने के योग्य हो।
उदाहरण :
गौतम बुद्ध एक पूजनीय व्यक्ति थे।
पर्यायवाची : अभिवंदनीय, अभिवंद्य, अभिवन्दनीय, अभिवन्द्य, अर्चनीय, अर्ह्य, आराधनीय, आराध्य, आर्य, आहार्य्य, उपासनीय, उपास्य, पूजनीय, पूजमान, पूजार्ह, पूजितव्य, पूजिल, पूज्य, भगवान, भगवान्, वंदनीय, वंद्य, वन्दनीय, वन्द्य, वरेण्य, स्तुत्य