आचरण या लोक-व्यवहार के क्षेत्र में बहुत दिनों से चली आई हुई कोई परम्परा, रीति या विधि जो कुछ प्रसंगों में तो प्रतिष्ठा या मर्यादा का सूचक होती है और कुछ प्रसंगों में त्याज्य तथा निंदनीय भी मानी जाती है।
मनुष्यों के आचार-व्यवहार के लिए राज्य द्वारा स्थिर किए हुए वे नियम या विधान, जिनका पालन सबके लिए आवश्यक और अनिवार्य होता है और जिनका उल्लंघन करने से मनुष्य दंडित होता या हो सकता है।