अर्थ : नर संतान।
उदाहरण :
कृष्ण वसुदेव के पुत्र थे।
पुत्र कुपुत्र हो सकता है लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती।
पर्यायवाची : अंगज, आत्म-संभव, आत्म-सम्भव, आत्मज, आत्मजात, आत्मनीन, आत्मप्रभव, आत्मभू, आत्मसंभव, आत्मसमुद्भव, आत्मसम्भव, आत्मोद्भव, इब्न, किशोर, कुँवर, कुंवर, कुमार, चिरंजी, चिरंजीव, जात, जाया, तनय, तनुज, तनुभव, तनुरुह, तनू, तनूज, तनूद्भव, तनूरुह, तनोज, तनौज, दायदवत्, नंदन, नन्दन, पुत्र, पूत, फरजंद, फरजन्द, फरज़ंद, फरज़न्द, फरज़िंद, फरज़िन्द, फरजिंद, फरजिन्द, फर्जंद, फर्जंन्द, फर्ज़ंद, फर्ज़न्द, फर्ज़िंद, फर्ज़िन्द, फर्जिंद, फर्जिन्द, बच्चा, बाल, बालक, बेटा, मोड़ा, लड़का, वटु, वटुक, वीर्यज, सुत, सूत
अर्थ : एक रत्न जिसकी गिनती नौ रत्नों में होती है।
उदाहरण :
राजा दशरथ का खज़ाना माणिक आदि रत्नों से भरा हुआ था।
पर्यायवाची : अरुण, अरुणोपल, अरुन, अर्काश्मा, चुन्नी, जीर्णवज्र, पंकजराग, पद्मराग, पद्मरागमणि, पद्मराज, माणिक, माणिक्य, मानिक, याकूत, रक्तोपल, रूबी, लाल मणि, विक्रांत, विक्रान्त, वैक्रांत, वैक्रांतमणि, वैक्रान्त, वैक्रान्तमणि, शोणितोपल, शोणोपल