अर्थ : किसी विशिष्ट स्थान के शब्दों का बना वह कथन-प्रकार जिसका व्यवहार विशेषकर बात-चीत में ही होता है।
उदाहरण :
हमारे क्षेत्र की बोली भोजपुरी है।
अर्थ : नीलाम के समय चीज़ का चिल्लाकर दाम लगाने की क्रिया।
उदाहरण :
मैं इस वस्तु के लिए सौ रूपये तक की बोली लगा सकता हूँ।
पर्यायवाची : डाक