अर्थ : वह वस्तु जो देवता या बड़े लोग प्रसन्न होकर भक्तों या छोटों को दें।
उदाहरण :
स्वामीजी जिससे भी मिलते हैं उसे कुछ न कुछ प्रसाद देते हैं।
पर्यायवाची : बरकत
अर्थ : साहित्य का एक उत्तम गुण जिसमें सुबोधता, सरलता और रसात्मकता प्रकट होती है।
उदाहरण :
लेखन में प्रसाद का होना बहुत आवश्यक है।