पृष्ठ के पते की प्रतिलिपि बनाएँ ट्विटर पर सांझा करें व्हाट्सएप पर सांझा करें फेसबुक पर सांझा करें
गूगल प्ले पर पाएं
हिन्दी शब्दकोश से व्यालकरज शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

व्यालकरज   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / शारीरिक वस्तु
    संज्ञा / भाग

अर्थ : एक प्रकार का गंधद्रव्य जो सीप अथवा घोंघे की जाति के एक जन्तु विशेष के ऊपरी मुख के आवरण का ढकना होता है।

उदाहरण : नख का आकार नाखून की तरह चंद्राकार या कभी गोलाकार भी होता है।

पर्यायवाची : अंजनकेशी, अनसखरी, अश्वखुर, करभ, नख, नखरी, नखी, नागदंती, नागदन्ती, नागस्तोफा, नागहनु, पौर, वरांगी, विचक्षणा, विशालाक्षी, व्याघ्र-पुष्प, व्याघ्रतला, व्याघ्रदल, व्याघ्रदला, व्याघ्रनख, व्याघ्रनखक, व्याघ्रनखी, व्याघ्रपुष्प, व्याघ्रायुध, व्याघ्री, व्याड़ायुध, व्याधिखड्ग, व्यालखंग, शंखनख, शतदंतिका, शतदन्तिका, शफ, शार्दूलज, शीतदंतिका, शीतदन्तिका, शुक्लपुष्पी, श्रीहस्तिनी, श्वेत-पुष्पा, श्वेतघंटा, श्वेतघण्टा, श्वेतपुष्पा, सर्पदंती, सर्पदन्ती, स्वल्पनख

ଶାମୁକା ବା ଗେଣ୍ଡା ଜାତୀୟ ଏକ ଜନ୍ତୁର ଉପର ମୁହଁ ଆବରଣ ଢାଙ୍କୁଣିରୁ ତିଆରିହେଉଥିବା ଗୋଟିଏ ପ୍ରକାର ସୁଗନ୍ଧିତ ଦ୍ରବ୍ୟ

ନଖ ନାମକ ଗନ୍ଧଦ୍ରବ୍ୟର ଆକାର ହାତର ନଖ ଭଳି ଚନ୍ଦ୍ରାକାର ବା ଗୋଲାକାର ମଧ୍ୟ ହୋଇଥାଏ
ନଖ
मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।