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अर्थ : जैनियों के चौबीस उपास्य देवता जो सब देवताओं से श्रेष्ठ और मुक्तिदाता माने जाते हैं।
उदाहरण : महावीर जैनियों के अंतिम तीर्थंकर थे।
पर्यायवाची : अरहत, अरहन, अर्हत, अर्हत्, अर्हन, जिन, जिन देव, तीर्थंकर, तीर्थकर
ସବୁ ଦେବତାମାନଙ୍କଠାରୁ ଶ୍ରେଷ୍ଠ ଏବଂ ମୁକ୍ତିଦାତା ବୋଲି ବିଚାର କରାଯାଉଥିବା ଜୈନମାନଙ୍କର ଚବିଶ ଉପାସ୍ୟ ଦେବତା
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