अर्थ : चार आदमियों का गुट।
उदाहरण :
उधर से चांडाल चौकड़ी जा रही थी।
अर्थ : वह गाड़ी जिसमें चार घोड़े या बैल या ऐसे ही कोई और पशु जुते हों।
उदाहरण :
पुरातन काल में योद्धा चौकड़ी पर सवार होकर युद्धभूमि में जाया करते थे।
पर्यायवाची : चतुर्वाही
अर्थ : हिरन की वह चाल या दौड़ जिसमें वह चारों पैर एक साथ जमीन पर उठाकर कूदता या छलाँग मारता हुआ आगे बढ़ता है।
उदाहरण :
वह बड़े ध्यान से हिरनों की चौकड़ी देख रहा था।
पर्यायवाची : कुलाँच
अर्थ : बैठने का एक ढंग जिसमें दाहिने पैर का पंजा बाँये तथा बाँये पैर का पंजा दाहिने पट्ठे के नीचे दबाकर बैठते हैं।
उदाहरण :
वह पलथी मार कर बैठा हुआ है।
पर्यायवाची : आलथी पालथी, आलथी-पालथी, पलथी, पलौथी, पालथी, फसकड़ा, सुखासन, स्वस्तिकासन
अर्थ : वास्तु रचना के अनुसार मंदिर की चौकी या मंडप का वह ऊपरी भाग या शिखर जो प्रायः चार खंभों पर स्थित रहता है।
उदाहरण :
चौकड़ी की कलाकारी बहुत सुंदर है।
अर्थ : चारपाई की वह बुनावट जिसमें चार-चार डोरियाँ इकट्ठी या एक साथ बुनी जाती हैं।
उदाहरण :
चौकड़ी में उसका हाथ सधा हुआ है।