अर्थ : किसी चीज को मुँह में डालकर यह देखने की क्रिया कि उसका स्वाद कैसा है।
उदाहरण :
रसोई से पुलाव की खुशबू पाकर वह आस्वादन के लिए ललक उठी।
पर्यायवाची : चखना, स्वाद लेना
अर्थ : किसी चीज या बात आदि में रस लेने की क्रिया (लाक्षणिक प्रयोग)।
उदाहरण :
परनिंदा की मधुरता इसका आस्वादन करने वाले ही जानते हैं।