ଅର୍ଥ : मन में उत्पन्न होनेवाला भाव या कोई विचार।
ଉଦାହରଣ :
मनोभाव पर नियंत्रण करना कठिन होता है।
मन में तरह-तरह के भाव आते हैं।
ସମକକ୍ଷ : अंतर्गति, अंतर्वेग, अन्तर्गति, अन्तर्वेग, चित्तवृत्ति, जजबात, जज़बात, जज़्बात, जज्बात, भाव, मनोभाव, मनोविकार, मनोवेग, मानसिक भाव, संप्रत्यय
ଅନ୍ୟ ଭାଷାରେ ଅନୁବାଦ :
ମନରେ ଉତ୍ପନ୍ନ ହେଉଥିବା ଭାବ ବା କୌଣସି ବିଚାର
ମନୋଭାବକୁ ନିୟନ୍ତ୍ରଣ କରିବା କଠିନ ମନରେ ବିଭିନ୍ନ ପ୍ରକାର ଭାବ ଆସେಮನಸ್ಸಿನಲ್ಲಿ ಉಂಟಾಗುವ ಭಾವನೆ ಅಥವಾ ವಿಚಾರ
ಮನೋಭಾವದ ಮೇಲೆ ನಿಯಂತ್ರಣ ತರುವುದು ತುಂಬಾ ಕಷ್ಟ.Any strong feeling.
emotionமனதில் உருவாகும் எண்ணங்கள் அல்லது உணர்வுகள்
மனவுணர்வுகளை கட்டுப்பாடு செய்வது கடினம்മനസ്സില് ഉത്ഭവിക്കുന്ന ഏതെങ്കിലും ഭാവം അല്ലെങ്കില് വിചാരം.
മനോഭാവത്തിന്റെ മേല് നിയന്ത്രണം വെക്കുകബുദ്ധിമുട്ടാണ്ଅର୍ଥ : अनुभव और स्मृति से मन में उत्पन्न होनेवाला कोई भाव।
ଉଦାହରଣ :
अपनी भावना के अनुरूप ही लोग व्यवहार करते हैं।
ସମକକ୍ଷ : खयाल, ख़याल, ख़्याल, ख्याल, जजबा, जज़बा, जज़्बा, जज्बा, भावना
ଅନ୍ୟ ଭାଷାରେ ଅନୁବାଦ :
अनुभव आणि स्मृती ह्यांमुळे मनात उत्पन्न होणारा भाव.
काही व्यक्ती त्यांच्या मनात त्या त्या क्षणी जी भावना असेल तिच्यानुसार वागतात.The state of a person's emotions (especially with regard to pleasure or dejection).
His emotional state depended on her opinion.ଅର୍ଥ : मन में दबी रहनेवाली तीव्र कामना या लालसा।
ଉଦାହରଣ :
मनुष्य की प्रत्येक इच्छा पूरी नहीं होती।
उसकी ज्ञान पिपासा बढ़ती जा रही है।
मेरा आज खाने का मन नहीं है।
ସମକକ୍ଷ : अनु, अपेक्षिता, अभिकांक्षा, अभिकाम, अभिध्या, अभिप्रीति, अभिमत, अभिमतता, अभिमति, अभिलाख, अभिलाखना, अभिलाखा, अभिलाष, अभिलाषा, अभिलास, अभिलासा, अभीप्सा, अरमान, अवलोभन, अहक, आकांक्षा, आरज़ू, आरजू, आशंसा, आशय, इच्छता, इच्छत्व, इच्छा, इठाई, इश्तयाक, इश्तयाक़, इश्तियाक, इश्तियाक़, इष्टि, ईछा, ईठि, ईप्सा, ईहा, कामना, क्षुधा, ख़्वाहिश, ख्वाहिश, चाह, चेष्टा, छुधा, तमन्ना, तलब, तशनगी, तश्नगी, तृषा, तृष्णा, पिपासा, प्यास, बाँछना, बाँछा, भूक, भूख, मंशा, मंसा, मन, मनसा, मनोकामना, मनोरथ, मनोवांछा, मरज़ी, मरजी, मर्ज़ी, मर्जी, मुराद, रगबत, रग़बत, रज़ा, रजा, रुचि, लालसा, लिप्सा, वांछा, वाञ्छा, व्युष्टि, शंस, शौक, श्लाघा, स्पृहा, हवस, हसरत
ଅନ୍ୟ ଭାଷାରେ ଅନୁବାଦ :
ഏതെങ്കിലും ഒരു കാര്യം അല്ലെങ്കില് വസ്തുവിനെ കേന്ദ്രീകരിച്ചു ഉണ്ടാകുന്ന അഭിപ്രായം
മനുഷ്യന്റെ എല്ലാ ആഗ്രഹങ്ങളും പൂര്ണ്ണമാവാറില്ല.ഇന്നു എനിക്കു ഭക്ഷണം കഴിക്കാന് മനസ്സില്ല.