୧. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ कार्य
    संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ मनोवैज्ञानिक लक्षण
ଅର୍ଥ : ईश्वर का ध्यान छोड़कर शरीर और सांसारिक पदार्थों को अपना सर्वस्व समझने की क्रिया या भाव।
ଉଦାହରଣ :
संत लोग मोह में नहीं पड़ते।
ସମକକ୍ଷ :
अस्मिता, ममता, मोह, विमोह
ଅନ୍ୟ ଭାଷାରେ ଅନୁବାଦ :
భగవంతుని ఒదిలి సంసారిక భవబంధాలపట్ల శ్రద్ద కలిగి ఉండడము.
మహాత్ములు జగత్తు మోహములో పడరు.
మోహము,
వ్యామోహము
ଈଶ୍ୱରଙ୍କ ଧ୍ୟାନ ପରିତ୍ୟାଗ କରି ଶାରୀରିକ ଓ ସାଂସାରିକ ପଦାର୍ଥକୁ ନିଜର ସର୍ବସ୍ୱ ମାନିନେବାର ପ୍ରକ୍ରିୟା ବା ଭାବ
ସାଧୁ ସନ୍ଥମାନେ ମୋହରେ ପଡ଼ନ୍ତି ନାହିଁ
ଅସ୍ମିତା,
ବିମୋହ,
ମମତା,
ମାୟା,
ମୋହ
ಈಶ್ವರನ ದ್ಯಾನವನ್ನು ಬಿಟ್ಟು, ಶರೀರ ಹಾಗೂ ಸಂಸಾರವನ್ನು ತನ್ನ ಸರ್ವಸ್ವವೆಂದು ತಿಳಿಯುವ ಕ್ರಿಯೆ
ಸಂತರು ಮೋಹವನ್ನು ತ್ಯಜಿಸುತ್ತಾರೆ
ಮೋಹ,
ವ್ಯಾಮೋಹ
जगाच्या सर्व गोष्टींचा उपभोग व वैषयिक सुख घेण्याकडे प्रवृत्त होण्याची क्रिया.
म्हातारपणीही रामला पैशाचा मोह सुटत नव्हता
मोह
ঈশ্বরের চিন্তাধারা ছেড়ে শরীর আর সাংসারিক পদার্থকে নিজের সমস্ত কিছু মনে করার ক্রিয়া বা ভাব
সন্ত ব্যাক্তিরা মোহে পড়েন না
অস্মিতা,
বিমোহ,
মমতা,
মোহ
பாலுணர்வு வேட்கை.
துறவிகள் மோகப் பிடியில் சிக்கமாட்டார்கள்
காமம்,
மோகம்
ഈശ്വരചിന്ത ഉപേക്ഷിച്ച് ഭൌതീക വസ്തുക്കളില് തന്റെ സര്വസ്വം കാണുന്ന ക്രിയ അല്ലെങ്കില് ഭാവം
“സന്യാസിമാര് മോഹത്തില് പെടുകയില്ല”
ഭൌതികചിന്ത,
മോഹം,
ലൌകികചിന്ത