ଅର୍ଥ : वह छंद जिसमें मात्राओं की संख्या निश्चित होती है।
ଉଦାହରଣ :
दोहा, सोरठा आदि मात्रिक छंद के उदाहरण हैं।
ସମକକ୍ଷ : मात्रिक छन्द
ଅନ୍ୟ ଭାଷାରେ ଅନୁବାଦ :
ज्यात अक्षरसंख्येचे वा लघुगुरूच्या क्रमाचे बंधन नसून केवळ मात्रांच्या संख्येचे बंधन असते तो पद्यरचनेचा प्रकार.
मर्ढेकरांची बहुतेक कविता मात्रावृत्तातच लिहिलेली आहे.