पिंजरा (संज्ञा)
लोहे, बाँस आदि की तीलियों का बना हुआ वह झाबा जिसमें पक्षी, जंतु आदि बंद करके रखे जाते हैं।
नक्षत्र (संज्ञा)
चंद्रमा के मार्ग में पड़नेवाले स्थिर तारों के सत्ताईस समूह जिनके भिन्न-भिन्न रूप या आकार मान लिए गए हैं और जिनके अलग-अलग नाम हैं।
सज्जन (संज्ञा)
वह व्यक्ति जो सबके साथ अच्छा,प्रिय और उचित व्यवहार करता है।
गडेरिया (संज्ञा)
भेड़ों को पालने और उनको चराने का काम करने वाली एक जाति का सदस्य।
काहिल (विशेषण)
जिसे काम करने की इच्छा न होती हो।
आलसी (विशेषण)
व्यवसाय या उद्यम न करनेवाला।
भंवर (संज्ञा)
जल के बहाव में वह स्थान जहाँ पानी की लहर एक केंद्र पर चक्कर खाती हुई घूमती है।
नखरेबाज (संज्ञा)
बहुत नखरा करनेवाला व्यक्ति।
शहतूत (संज्ञा)
एक मँझोले आकार के पेड़ से प्राप्त मीठा फल जो खाया जाता है।
अंतर (संज्ञा)
समान न होने की अवस्था या भाव।