अर्थ : व्याकरण में भूतकाल की क्रिया का वह रूप जिससे यह सूचित होता है कि भूतिकालिक क्रिया या तो वर्तमान काल में पूरी हुई है अथवा उसकी पूर्णता या स्थिति वर्तमान काल में भी व्याप्त है।
उदाहरण :
मैंने उनको पत्र लिखा है में लिखा है लिखना का आसन्नभूत रूप है।
पर्यायवाची : आसन्न-भूत