अर्थ : जैन मतानुसार दोनों लोकों का दुःख।
उदाहरण :
ईश्वर-भक्ति ही अनात्मकदुःख से बचने का एकमात्र उपाय है।
पर्यायवाची : अनात्मकदुःख
अर्थ : संसार की बाधा।
उदाहरण :
ईश्वर ही हमें भवबाधा से मुक्ति दिला सकते हैं।
पर्यायवाची : अनात्मकदुःख, भव-बंधन, भव-बन्धन, भवबाधा, सांसारिक दुःख, सांसारिक दुख