मदन (संज्ञा)
एक देवता जो काम के रूप माने जाते हैं।
कांपना (क्रिया)
शरीर में एक प्रकार की सिहरन महसूस होना।
निरिच्छ (विशेषण)
जिसमें इच्छा न हो।
मुकाबला (संज्ञा)
वह आयोजित मौका, काम आदि जिसमें शामिल होनेवाले प्रतिस्पर्धियों में से एक को विजेता चुना जाता है।
हुकूमत (संज्ञा)
वह शक्ति जो अधिकार,बल या सामर्थ्य का उपभोग करके अपना काम करती हो।
बेल (संज्ञा)
जमीन पर फैलने या किसी आधार पर चढ़ने वाला कोमल पतला पौधा।
अन्तःपुर (संज्ञा)
शरीर की वह आंतरिक अमूर्त सत्ता जिसमें भले-बुरे का ठीक और स्पष्ट ज्ञान होता है।
ताल (संज्ञा)
पानी का बड़ा कुंड।
माणिक्य (संज्ञा)
एक रत्न जिसकी गिनती नौ रत्नों में होती है।
बर्खास्त (विशेषण)
(अधिवेशन, बैठक, सभा आदि के संबंध में) समाप्त किया हुआ या जिसका विसर्जन हो चुका हो।