अर्थ : वह तापमान जिस पर आण्विक गति समाप्त हो जाती है और किसी पिण्ड में कोई भी ऊष्मा ऊर्जा नहीं रहती है।
उदाहरण :
परम शून्य पर निकाय की आन्तरिक ऊर्जा शून्य होगी क्योंकि तापमान आन्तरिक ऊर्जा के समानुपाती होता है।
परम शून्य तापमान -२७३.१७ °C (डिग्री सेल्सियस) या ४५९.६९ °F (डिग्री फारेनहाइट) या ० K (केल्विन) होता है।