ଅର୍ଥ : পশুপতদর্শন অনুসারে সেই কাজ যা অন্য মতাদর্শীদের বিচারে নিন্দনীয়
ଉଦାହରଣ :
"অবিত্করণের কর্তার সত্যি এবং মিথ্যার জ্ঞান থাকে না"
ଅନ୍ୟ ଭାଷାରେ ଅନୁବାଦ :
पाशुपतदर्शन के अनुसार वह काम जो अन्य मत वालों के विचार से निंदित हो।
अवित्करण के कर्ता को सही और गलत का विवेक नहीं होता है।