अर्थ : पंख और चोंच वाला द्विपद जिसकी उत्पत्ति अंडे से होती है और जो नियततापी होता है।
उदाहरण :
झील के किनारे रंग-बिरंगे पक्षी बैठे हैं।
पर्यायवाची : अंतरिक्षसत्, अन्तरिक्षसत्, आकाशचारी, उड़ु, उड़ुचर, खग, चिड़िया, जिह्वारद, तपस, दिवाचर, द्विज, द्विजाति, द्विपक्ष, नभश्चर, नभसंगम, नीड़क, नीड़ज, पंखी, पंछी, पक्षी, पखेरू, पतंगम, पतंगी, पतग, पतत्रि, पतन्, पतम, पतय, पत्रती, पत्ररथ, पत्रवाज, पत्रवाह, परिंदा, परिन्दा, पर्णवी, पाँखी, पांखी, पाखी, रसनारव, विहंगम, विहग, शकुन
अर्थ : धातु आदि का बना वह पतला लम्बा हथियार जो धनुष द्वारा चलाया जाता है।
उदाहरण :
बाण लगते ही पक्षी तड़फड़ाने लगा।
पर्यायवाची : आशुग, इशिका, इशीका, इषीका, इषु, इष्य, ईषु, कांड, काण्ड, खग, चित्रपुंख, तीर, पत्रवाह, पीलु, पुंडरीक, पुण्डरीक, पुष्कर, प्राणशोषण, बाण, बान, मार्गन, वाण, विशिख, विहग, शर, शायक, शिखंडी, शिखण्डी, शिखी, सलाक, सायक
अर्थ : पृथ्वी पर के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है।
उदाहरण :
आकाश में काले-काले बादल छाये हुए हैं।
पर्यायवाची : अंबर, अंबुद, अंबुधर, अंभोधर, अब्द, अब्र, अभ्र, अम्बर, अम्बुद, अम्बुधर, अम्भोधर, अर्णोद, अर्बुद, अश्म, इंद्र, इन्द्र, उदधि, घन, चातकनंदन, चातकनन्दन, जलद, जलधर, जलमसि, जलवाह, तड़ित्पति, तड़ित्वत, तड़ित्वान्, तड़िद्गर्भ, तोक्म, तोयद, तोयधर, तोयधार, तोयमुच, दात्यूह, धाराट, धाराधर, धारावर, धूमयोनि, ध्वसनि, नदनु, नभधुज, नभध्वज, नभश्चर, नभोगज, नभोदुह, नभोद्वीप, नभोधूम, नभोध्वज, नाग, नीरद, नीलभ, पयोजन्मा, पयोद, पयोधर, पाथोद, पाथोदर, पाथोधर, बादल, भव, मतंग, मतंगज, महानाद, मेघ, मेघा, मेचक, मेह, रजलवाह, रैवत, वर्षकर, वर्षाबीज, वर्षुकांबुज, वर्षुकानंद, वर्षुकानन्द, वर्षुकाम्बुज, वलाहक, वातध्वज, वातरथ, वारिद, वारिधर, वृष्णि, शक्रवाहन, शारद, श्वेतनील, श्वेतमाल, सत्रि, सुदाम, सुदामन, सुदामा, सेंचक, सेचक
अर्थ : हमारे सौर जगत का वह सबसे बड़ा और ज्वलंत तारा जिससे सब ग्रहों को गर्मी और प्रकाश मिलता है।
उदाहरण :
सूर्य सौर ऊर्जा का एक बहुत बड़ा स्रोत है।
पूर्व से सूर्य को आते देख तिमिर दुम दबाकर भागने लगा।
पर्यायवाची : अंबु तस्कर, अंबुतस्कर, अंशुमान, अंशुमाली, अग, अदित, अनड्वान्, अफताब, अफ़ताब, अब्जबाँधव, अब्जबांधव, अब्जहस्त, अयुग्मवाह, अरणि, अरणी, अरुण, अरुणसारथी, अरुन, अर्क, अवबोधक, अवि, अविनीश, आदित्य, आफताब, आफ़ताब, कालेश, केश, खगपति, गभस्ति, गभस्तिपाणि, गभस्तिहस्त, गविष्ठ, गोकर, चक्रबंधु, चक्रबन्धु, चक्रबांधव, चक्रबान्धव, चित्रभानु, जगत्साक्षी, तपस, तपु, तमोहपह, तिग्मगर, तिमिररिपु, तिमिरहर, तिमिरारि, तीक्ष्णरश्मि, तीक्ष्णांशु, तुंगीश, त्रयीतन, त्रयीमय, दिनअर, दिनकर, दिनेश, दिवसकर, दिवसकृत, दिवसनाथ, दिवसभर्ता, दिवसेश, दिवसेश्वर, दिवस्पति, दिवाकर, दिवामणि, दिवावसु, दिव्यांशु, दीप्तकिरण, दीप्तांशु, द्युपति, द्युम्न, धरुण, ध्वांतशत्रु, ध्वांताराति, ध्वान्तशत्रु, ध्वान्ताराति, नभश्चक्षु, नभश्चर, नभस्मय, नभोमणि, निर्मुट, पद्मगर्भ, पद्मबंधु, पद्मबन्धु, पद्मिनीकांत, पद्मिनीकान्त, पद्मिनीवल्लभ, पद्मिनीश, पर्परीक, पुष्कर, प्रभाकर, भानु, भास्कर, भूताक्ष, मरीची, मार्तंड, मार्तण्ड, मिहिर, यमसू, रवि, वरेय, विश्वप्रकाशक, विश्वप्स, विहग, वेद, वेदात्मा, शीघ्रग, सविता, सहस्रकिरण, सहस्रगु, सूरज, सूर्य, स्वप्ननंशन, हृषु
अर्थ : पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाने वाला एक उपग्रह।
उदाहरण :
चंद्रमा सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है।
पर्यायवाची : अब्ज, अब्धिज, अमीकर, अमीनिधि, अमृत-रश्मि, अमृतकर, अमृतद्युति, अमृतबंधु, अमृतबन्धु, अमृतरश्मि, अमृतवपु, अमृतांशु, इंदव, इंदु, इन्दव, इन्दु, कलाधर, कलानाथ, कलानिधि, चंदा, चंद्र, चंद्रमा, चन्द्र, चन्द्रमा, चाँद, चांद, छायांक, जैवातृक, तमोहपह, तुषारकर, तुषारकिरण, तुहिनकर, तुहिनकिरण, तुहिनदीधित, तुहिनद्युति, तुहिनरश्मि, तुहिनांशु, तुहिनाश्रु, द्विज, द्विजपति, द्विजाति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, द्विजेश, नभश्चमस, नभश्चर, निशाधीश, निशानाथ, निशापति, निशामणि, निशारत्न, निशिकर, निशिनाथ, निशिनायक, निशिपति, निशिपाल, निशेश, पतम, पतय, पर्वधि, पीयूषमहस, पीयूषरुचि, पीयूषवर्ष, भग्नात्मा, मयंक, मृगमित्र, मृगांक, यामिनीपति, यामीर, रजनीनाथ, रजनीश, रसपति, राकेश, वरालि, विधु, विश्वप्स, विहग, शंभुभूषण, शम्भुभूषण, शशांक, शशाङ्क, शशि, शिवशेखर, शिशिरकर, शिशिरगु, शिशिरमयूख, शीतकर, शीतदीधिति, शीतद्युति, शीतभानु, शीतरश्मि, शीतांशु, शुचि, श्रीसहोदर, श्वेतद्युति, श्वेतधामा, श्वेतभानु, श्वेतमयूख, श्वेतवाहन, श्वेतांशु, श्वेतार्चि, सिंधुजन्मा, सिंधुनंदन, सिंधुपु, सितदीधिति, सिन्धुजन्मा, सिन्धुनन्दन, सुधांशु, सुधाकर, सोम, हिमकर, हिमवान्, हिमांशु, हृषु