अर्थ : व्यावसायिक, सार्वजनिक तथा अन्य प्रतिष्ठानों के लेनदेनों का अभिलेख रखने तथा उनका वर्गीकरण एवं विश्लेषण एवं विश्लेषण करने की विधि एवं तत्सम्बन्धी सिद्धान्त एवं तकनीक। किसी आय, व्यय, पूँजी, परिसम्पत्ति, अथवा देयता का हिसाब देने के लिए विधिक अथवा अन्य रूप से उत्तरदायी व्यक्ति द्वारा उनका लेखा-जोखा करना या प्रस्तुत करना।
उदाहरण :
रोहन लेखाकरण में निपुण है।