अर्थ : एक राजा जिन्होंने सशरीर स्वर्ग जाने के लिए यज्ञ किया था पर देवताओं के विरोध के कारण वे अधर में ही लटक गये।
उदाहरण :
त्रिशंकु एक सूर्यवंशी राजा थे।
अर्थ : वर्षा और वसंत ऋतु में सुरीली ध्वनि में बोलने वाला एक पक्षी।
उदाहरण :
चातक स्वाति नक्षत्र की एक बूँद के लिए तरसते हैं।
पर्यायवाची : कपिंजल, कपिञ्जल, कुक्कू, घनतोल, चातक, डाहुक, तेजल, तोतक, त्रिशङ्कु, दात्यूह, दिवौका, धाराट, नभनीरप, नभोंबु, नभोम्बु, पपीहा, पपैया, पिंगल, पिकांग, पिकाङ्ग, पिङ्गल, बहुक, मुगूह, मेघजीवक, मेघजीवन, वर्षप्रिय, वर्षाप्रिय, वारिद्र, वृष्टिजीवन, हुडुक
अर्थ : शेर, चीते आदि की जाति का परंतु उनसे छोटा एक पशु जो प्रायः घरों में रहता है और पाला जाता है।
उदाहरण :
बिल्ली ने दौड़कर चूहे को पकड़ लिया।
पर्यायवाची : नकतंचर, नक्तञ्चर, पूतिका, बिड़ालिका, बिलाई, बिलारी, बिलैया, बिल्ली, मँजार, मार्जारी, मार्जारीय, मार्जालीय, मेनाद, विराल, विषदंत, विषदंश, विषदन्त, वृषाहार, व्याघ्रमुख, शाला-वृक, शालावृक, ह्रीकु
अर्थ : एक बरसाती कीड़ा जिसका पिछला भाग रात को खूब चमकता है।
उदाहरण :
बच्चे जुगनू पकड़ने के लिए उसके पीछे दौड़ते हैं।
पर्यायवाची : उड़ैना, उड़ैनी, खज्योति, खद्योत, जींगन, जुगनू, जुगनूँ, ज्योतिरिंग, ज्योतिरिंगण, ज्योतिर्वीज, तमोज्योति, तमोभिद, ध्वांतवित्त, ध्वांतोन्मेष, ध्वान्तवित्त, ध्वान्तोन्मेष, नीलमीलिक, पट-बीजना, पटबीजना