अर्थ : मन में दबी रहनेवाली तीव्र कामना या लालसा।
उदाहरण :
मनुष्य की प्रत्येक इच्छा पूरी नहीं होती।
उसकी ज्ञान पिपासा बढ़ती जा रही है।
मेरा आज खाने का मन नहीं है।
पर्यायवाची : अनु, अपेक्षिता, अभिकांक्षा, अभिकाम, अभिध्या, अभिप्रीति, अभिमत, अभिमतता, अभिमति, अभिलाख, अभिलाखना, अभिलाखा, अभिलाष, अभिलाषा, अभिलास, अभिलासा, अभीप्सा, अरमान, अवलोभन, अहक, आरज़ू, आरजू, आशंसा, आशय, इच्छता, इच्छत्व, इच्छा, इठाई, इश्तयाक, इश्तयाक़, इश्तियाक, इश्तियाक़, इष्टि, ईछा, ईठि, ईप्सा, ईहा, कामना, क्षुधा, ख़्वाहिश, ख्वाहिश, चाह, चेष्टा, छुधा, तमन्ना, तलब, तशनगी, तश्नगी, तृषा, तृष्णा, पिपासा, प्यास, बाँछना, बाँछा, भूक, भूख, मंशा, मंसा, मन, मनसा, मनोकामना, मनोभावना, मनोरथ, मनोवांछा, मरज़ी, मरजी, मर्ज़ी, मर्जी, मुराद, रगबत, रग़बत, रज़ा, रजा, रुचि, लालसा, लिप्सा, वांछा, वाञ्छा, व्युष्टि, शंस, शौक, श्लाघा, स्पृहा, हवस, हसरत
अन्य भाषाओं में अनुवाद :
ഏതെങ്കിലും ഒരു കാര്യം അല്ലെങ്കില് വസ്തുവിനെ കേന്ദ്രീകരിച്ചു ഉണ്ടാകുന്ന അഭിപ്രായം
മനുഷ്യന്റെ എല്ലാ ആഗ്രഹങ്ങളും പൂര്ണ്ണമാവാറില്ല.ഇന്നു എനിക്കു ഭക്ഷണം കഴിക്കാന് മനസ്സില്ല.अर्थ : किसी पर भरोसा रखने की क्रिया कि अमुक कार्य उसके द्वारा हो सकता है या हो जायेगा।
उदाहरण :
हर पिता की अपने पुत्र से यह अपेक्षा रहती है कि वह अपने जीवन में सफल हो।
पर्यायवाची : अन्ववेक्षा, अपेक्षा
अन्य भाषाओं में अनुवाद :
अर्थ : न्यायशास्त्र के अनुसार वाक्यार्थ ज्ञान के चार हेतुओं में से एक।
उदाहरण :
आकांक्षा, योग्यता, संनिद्धि और तात्पर्य ये वाक्यार्थ के चार हेतु हैं।
अन्य भाषाओं में अनुवाद :
ନ୍ୟାୟଶାସ୍ତ୍ର ଅନୁସାରେ ବାକ୍ୟାର୍ଥ ଜ୍ଞାନର ଚାରିଟି ହେତୁ ମଧ୍ୟରୁ ଗୋଟିଏ
ଆକାଂକ୍ଷା,ଯୋଗ୍ୟତା,ସଂନିଦ୍ଧି ଏବଂ ତାତ୍ପର୍ଯ୍ୟ ଆଦି ବାକ୍ୟାର୍ଥର ଚାରିଟି ହେତୁন্যায়শাস্ত্রানুসারে বাক্যার্থ জ্ঞানের চার অভিপ্রায়ের মধ্যের একটি
"আকাঙ্ক্ষা, যোগ্যতা, সন্নিদ্ধি ও তাত্পর্য হল বাক্যার্থের চার অভিপ্রায়।"